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Sunday, March 28, 2010

पीड़

आपां बांटां

पन्दरै अगस्त मनावां
सालूं-साल
गावां गीत
नाचां -कूदां
गूंजावां च्यारूंमेर
आजादी रो संगीत
देस रै इतिहास री
धणी महताऊ धटना है आजादी
जिणनैं जरूर याद राखणी
पण नीं बिसराणीं
इण मोकै री दूजी घटना
जद कूक्या
पंजाब,लाहौर अर पटना
देस री नदियां रो पाणी
रातो हुग्यो
मिनखां रै लोही सूं
के मुसळमान अर के हिन्दू
सैं रो मिनखपणो सोग्यो
मिनख माथै
राखस हावी हुग्यो
खंड-खंड हुग्या
मिनख/परवार
अर
खंड-खंड हुग्यो देस।

1 comment:

  1. उण लाय में देस अजूं ताई सुलग रयो है अर धधक रया है पुराणा घाव .

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